प्रकाशन
विद्यालय पत्रिका न केवल विद्यालय के विद्यार्थियों की रुचियों एवं मनोविकारों को प्रेरित करती है, बल्कि उनके अंदर छुपे लेखक को भी बाहर लाने में मदद करती है। छात्र जो अपनी राय और समाज व्यक्त करते हैं, उससे उनकी रचनात्मकता का भी पता चलता है। छात्र अपनी रचनात्मकता को कहानी, कविता, लेख और निबंध के माध्यम से प्रकाशित करते हैं। इसके साथ ही स्थानीय समाचार पत्रों/पत्रिकाओं के प्रकाशन से भी विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी मिलती है, जो सामाजिक परिवेश का एक अनिवार्य अंग है। ये प्रकाशन केन्द्रीय विद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्रों और अन्य स्टाफ सदस्यों के योगदान से तैयार किए गए हैं।